बात उस समय की है जब हिंदुस्तान के श्री राकेश शर्मा अन्तरिक्ष में गए थे। तब यह चुटकी पंजाब केसरी अखबार में प्रकाशित हुई थी। तब से आज तक नहरों -नदियों में ना जाने कितना पानी बह गया।
---चुटकी-----
राकेश शर्मा की
अन्तरिक्ष यात्रा ,
मात्र है ये एक बात
चार दिन की चाँदनी
फ़िर अँधेरी रात।
---गोविन्द गोयल
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