हर इन्सान हर पल किसी ना किसी उधेड़बुन में रहता है। सफलता के लिए कई प्रकार के ताने बुनता है। इसी तरह उसकी जिन्दगी पूरी हो जाती हैं। उसके पास अपने लिए वक्त ही नहीं । बस अपने लिए थोड़ा सा समय निकाल लो और जिंदगी को केवल अपने और अपने लिए ही जीओ।
Friday, 14 May 2010
एक व्यापारी ऐसा भी
---- चुटकी----
हमारी गली में एक व्यापारी आता है, खुशियों के बदले सबके गम ले जाता है। सौदा घाटे का करता है, मगर खाते में मुनाफा दिखाता है,
2 comments:
बडा अजीब व्यापारी है।
;)
:)
:).......
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