हर इन्सान हर पल किसी ना किसी उधेड़बुन में रहता है। सफलता के लिए कई प्रकार के ताने बुनता है। इसी तरह उसकी जिन्दगी पूरी हो जाती हैं। उसके पास अपने लिए वक्त ही नहीं । बस अपने लिए थोड़ा सा समय निकाल लो और जिंदगी को केवल अपने और अपने लिए ही जीओ।
Thursday, 6 May 2010
जीवन का सार
---- चुटकी----
सर्दी प्रचंड गर्मी आंधी फिर बरखा बहार, मानो ना मानो यही है हमारे जीवन का सार।
1 comment:
ati sunder !
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