हर इन्सान हर पल किसी ना किसी उधेड़बुन में रहता है। सफलता के लिए कई प्रकार के ताने बुनता है। इसी तरह उसकी जिन्दगी पूरी हो जाती हैं। उसके पास अपने लिए वक्त ही नहीं । बस अपने लिए थोड़ा सा समय निकाल लो और जिंदगी को केवल अपने और अपने लिए ही जीओ।
Sunday 31 October, 2010
सरदार पटेल को याद करें
राजनेताओं के सरदार वल्लभ भाई पटेल को हमारा शत शत प्रणाम। हमारी राय में उनके जैसा राजनेता अब तो इस भारत में नहीं है। पता नहीं वो दिन कब आएगा जब हिन्दूस्तान में एक बार फिर कोई वल्लभ भाई पटेल जन्म लेगा। आज उनका जन्म दिन है।
3 comments:
यह पूरा देश सरदार पटेल का कर्जदार है। यदि पटेल की दूरदर्शिता नहीं होती तो आज भारत 565 रियासतों में बंटा हुआ होता। उस मनीषी को शत शत नमन।
सरदार पटेल अमर रहे
सरदार पटेल अमर रहे
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