हर इन्सान हर पल किसी ना किसी उधेड़बुन में रहता है। सफलता के लिए कई प्रकार के ताने बुनता है। इसी तरह उसकी जिन्दगी पूरी हो जाती हैं। उसके पास अपने लिए वक्त ही नहीं । बस अपने लिए थोड़ा सा समय निकाल लो और जिंदगी को केवल अपने और अपने लिए ही जीओ।
Saturday 24 April, 2010
सब कुछ है फिक्स
---- चुटकी----
कौन लगाएगा चौका कौन मारेगा सिक्स, राजनीति हो या क्रिकेट सब कुछ है फिक्स।
2 comments:
kya baat hai.
so sunar kee.aur ek luhar kee .
aabhar
नारद जी, ऐसा करते हैं,
कि अपनी एक टीम बनाते हैं, मैं तो चौके-छक्के मारा करूंगा, आप चाहो एक रन लेना या मत लेना, आपकी मर्जी।
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