हर इन्सान हर पल किसी ना किसी उधेड़बुन में रहता है। सफलता के लिए कई प्रकार के ताने बुनता है। इसी तरह उसकी जिन्दगी पूरी हो जाती हैं। उसके पास अपने लिए वक्त ही नहीं । बस अपने लिए थोड़ा सा समय निकाल लो और जिंदगी को केवल अपने और अपने लिए ही जीओ।
Friday, 16 April 2010
----- चुटकी----
लो भई सारे काम नक्की, सानिया अब शोएब की हो गई पक्की।
1 comment:
pakki kaise kaho re bhai
shoaib is prooved harjaai
uske to majje hai bhai
ek gai to doosri aai
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