आओ आज होली की बात करें। कुछ नई शुरुआत करें।
पुरानी बातों को याद करें। वे बात जब इस दिन क्षेत्र के जाने माने व्यक्तियों को
कुछ टाइटल दिये जाते थे। समय बदला। नाराजगी काज डर सताने लगा। परंपरा छूटने
लगी....टूटने लगी। इसे जोड़ने की कोशिश करते हैं। इस उम्मीद के साथ कि होली पर कुछ
हास्य के रंग सभी पर बिखरें। केवल हास्य को ध्यान में रख यह “चुटकियाँ” आई हैं। ये
श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ क्षेत्र के प्रेमियों को आनंद प्रदान करेंगी।
कांडा किसका यार है
जांदू भी तैयार है,
गौड़ केवल शोर है
बाऊ असली
ज़ोर है।
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कुन्नर का क्या ज़ोर है
असली मंत्री ओर है।
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जिला कलक्टर तो
चोरडिया
बताते हैं,
कलक्टरी एडीएम
यादव चलाते हैं।
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एसपी साहब मस्ती में
आग लगे बस्ती में।
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बी डी के इर्द गिर्द
भांडों का टोला,
सबकी इच्छा एक
मेरा रंग दे
बसंती चोला।
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बी डी के साथ है मीडिया की फौज
जो दूर रहेगा उनसे ,नहीं
मिलेगी मौज।
[26.3.13]
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