हर इन्सान हर पल किसी ना किसी उधेड़बुन में रहता है। सफलता के लिए कई प्रकार के ताने बुनता है। इसी तरह उसकी जिन्दगी पूरी हो जाती हैं। उसके पास अपने लिए वक्त ही नहीं । बस अपने लिए थोड़ा सा समय निकाल लो और जिंदगी को केवल अपने और अपने लिए ही जीओ।
Sunday 24 January, 2010
पाकिस्तानी माल
----चुटकी----
क्रिकेट की मंडी में नहीं बिका पाकिस्तानी माल, ये कूटनीति है या कुदरत का कोई कमाल।
3 comments:
भावना+पैसा+व्यापार बुद्धि - बहुत घातक कॉम्बिनेशन है !
bahut badiya racha hae apane
vah vah
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