हर इन्सान हर पल किसी ना किसी उधेड़बुन में रहता है। सफलता के लिए कई प्रकार के ताने बुनता है। इसी तरह उसकी जिन्दगी पूरी हो जाती हैं। उसके पास अपने लिए वक्त ही नहीं । बस अपने लिए थोड़ा सा समय निकाल लो और जिंदगी को केवल अपने और अपने लिए ही जीओ।
Thursday 7 January, 2010
हमदम है तो क्या गम है
लो,वो आ गए तेरा दम निकलने से पहले, सामने बैठे हैं कहना है सो कह ले, अब बता पहले कौन जायेगा दम या हमदम, हमदम है तभी तो दम है, दम तो हमदम के साथ साथ जायेगा।
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