हर इन्सान हर पल किसी ना किसी उधेड़बुन में रहता है। सफलता के लिए कई प्रकार के ताने बुनता है। इसी तरह उसकी जिन्दगी पूरी हो जाती हैं। उसके पास अपने लिए वक्त ही नहीं । बस अपने लिए थोड़ा सा समय निकाल लो और जिंदगी को केवल अपने और अपने लिए ही जीओ।
Saturday 22 August, 2009
गणपति बाबा जी
फ़िर से आए हमारे द्वार गणपति बाबा जी, चरण पखारूँ बारम्बार गणपति बाबा जी, आप आए तो रौणक लागी रोज मनाएं त्यौहार गणपति बाबा जी।
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