हर इन्सान हर पल किसी ना किसी उधेड़बुन में रहता है। सफलता के लिए कई प्रकार के ताने बुनता है। इसी तरह उसकी जिन्दगी पूरी हो जाती हैं। उसके पास अपने लिए वक्त ही नहीं । बस अपने लिए थोड़ा सा समय निकाल लो और जिंदगी को केवल अपने और अपने लिए ही जीओ।
Thursday, 30 September 2010
फैसला है या न्याय
---- चुटकी----
देश की जनता ये तो बताए, इसको फैसला कहेंगे या न्याय।
1 comment:
nyay hee leejiye ise maan .
sanskruti hamaree dhanvan .
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