Monday, 19 October 2009

स्वाभिमान को भूल

---- चुटकी----

जिंदगी में
चाहता है
अगर तू
हर पल ऐश ,
स्वाभिमान को
भूल जा,
अपमान को
करा कैश।

2 comments:

शरद कोकास said...

अपमान को करा कैश .. क्या बात है ।

dr.rakesh minocha said...

narad ji,bahut dam hai aap ki har chutki main,kabiley tareef
dr.minocha