हर इन्सान हर पल किसी ना किसी उधेड़बुन में रहता है। सफलता के लिए कई प्रकार के ताने बुनता है। इसी तरह उसकी जिन्दगी पूरी हो जाती हैं। उसके पास अपने लिए वक्त ही नहीं । बस अपने लिए थोड़ा सा समय निकाल लो और जिंदगी को केवल अपने और अपने लिए ही जीओ।
Friday, 2 October 2009
बुत,विचार और तस्वीर
---- चुटकी-----
कौन ! महात्मा गाँधी हम नहीं जानते हैं, हम तो राहुल गाँधी को अपना आदर्श मानते हैं, एक यही गाँधी हमें सत्ता का स्वाद चखाएगा, महात्मा तो बुत है, तस्वीर है,विचार है, यूँ ही पड़ा,खड़ा सड़ जाएगा।
kya bat hai nardmuni aapki chutkiyan to noon rai tel aur khoob sari mirch ka tadka hai.ye but vichar aur tasweer sheershak kuch jama nahin. lekin kavita bhut pyari bani hai.
कौन ! महात्मा गाँधी हम नहीं जानते हम तो राहुल को आदर्श मानते हैं, यही गाँधी हमें सत्ता का स्वाद चखाएगा, महात्मा तो बुत है, तस्वीर है,विचार है, यूँ ही पड़ा,खड़ा, सड़ जाएगा। bahut sundar.
1 comment:
kya bat hai nardmuni aapki chutkiyan to noon rai tel aur khoob sari mirch ka tadka hai.ye but vichar aur tasweer sheershak kuch jama nahin. lekin kavita bhut pyari bani hai.
कौन !
महात्मा गाँधी
हम नहीं जानते
हम तो राहुल को
आदर्श मानते हैं,
यही गाँधी हमें
सत्ता का स्वाद चखाएगा,
महात्मा तो बुत है,
तस्वीर है,विचार है,
यूँ ही
पड़ा,खड़ा, सड़ जाएगा।
bahut sundar.
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