हर इन्सान हर पल किसी ना किसी उधेड़बुन में रहता है। सफलता के लिए कई प्रकार के ताने बुनता है। इसी तरह उसकी जिन्दगी पूरी हो जाती हैं। उसके पास अपने लिए वक्त ही नहीं । बस अपने लिए थोड़ा सा समय निकाल लो और जिंदगी को केवल अपने और अपने लिए ही जीओ।
Wednesday, 14 October 2009
जो मर्जी हो वो कर
---- चुटकी----
तेरी जो मर्जी हो वो कर ले चीन, हमारी ओर से डोंट वरी हम तो बजा रहें हैं बीन।
3 comments:
आगे भी बजाते रहेंगे हम बीन...
प्लीज़ चीन, डोन्ट बी सो मीन...
-अपना काम जारी रक्खो, चीन!!
बजा रहे हैं बीन, देख रहे हैं तमाशा।
चाहे ले जा सिक्किम चाहे अरुणाचल चाहे ल्हासा।
बीन तो वो बजा रहे हैं .. यहां भैंस पगुरा रही है !!
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