हर इन्सान हर पल किसी ना किसी उधेड़बुन में रहता है। सफलता के लिए कई प्रकार के ताने बुनता है। इसी तरह उसकी जिन्दगी पूरी हो जाती हैं। उसके पास अपने लिए वक्त ही नहीं । बस अपने लिए थोड़ा सा समय निकाल लो और जिंदगी को केवल अपने और अपने लिए ही जीओ।
Wednesday 23 September, 2009
देश का सौदा कर प्यारे
---- चुटकी----
गाँधी जी के पद चिह्नों पर चल प्यारे, दूसरा गाल भी चीन के आगे कर प्यारे। अहिंसा परमो धर्म है रटना तू प्यारे, एक तमाचा और तुम्हारे जब मारे। ये बटेर हाथ में तेरे फ़िर नहीं आनी है, लगे हाथ तू देश का सौदा कर प्यारे।
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