हर इन्सान हर पल किसी ना किसी उधेड़बुन में रहता है। सफलता के लिए कई प्रकार के ताने बुनता है। इसी तरह उसकी जिन्दगी पूरी हो जाती हैं। उसके पास अपने लिए वक्त ही नहीं । बस अपने लिए थोड़ा सा समय निकाल लो और जिंदगी को केवल अपने और अपने लिए ही जीओ।
Saturday, 10 July 2010
---- चुटकी----
हे आक्टोपस बाबा हमारी जान छुड़ाओ, कुछ ना कुछ इस शरद पवार के बारे में भी बताओ।
5 comments:
वो बस फूटबाल जानते हैं
जब पता चले हमे भी बता दें। वैसे भगवान आप तो खुद जानी जान । आभार।
शानदार पोस्ट
sharad pawar saheb to lakho ton anaaj ko barbad karne mein vyast hai.
pawaar saheb to lakho ton anaaj ko thikaane (barbaad) lagane mein vyast hai kyonki c w games ke liye jagah kam pad rahi hai.
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