हर इन्सान हर पल किसी ना किसी उधेड़बुन में रहता है। सफलता के लिए कई प्रकार के ताने बुनता है। इसी तरह उसकी जिन्दगी पूरी हो जाती हैं। उसके पास अपने लिए वक्त ही नहीं । बस अपने लिए थोड़ा सा समय निकाल लो और जिंदगी को केवल अपने और अपने लिए ही जीओ।
Friday, 27 November 2009
----चुटकी----
लिब्रहान आयोग की जाँच, डोंट वरी किसी पर भी नहीं आएगी आंच।
1 comment:
waah...!!
bahut km lekin nape-tule shabdoN
meiN halaat ki bareeqee ko
samjhaa diyaa aapne .
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