हर इन्सान हर पल किसी ना किसी उधेड़बुन में रहता है। सफलता के लिए कई प्रकार के ताने बुनता है। इसी तरह उसकी जिन्दगी पूरी हो जाती हैं। उसके पास अपने लिए वक्त ही नहीं । बस अपने लिए थोड़ा सा समय निकाल लो और जिंदगी को केवल अपने और अपने लिए ही जीओ।
Thursday, 6 August 2009
चुटकी
सरकार नींद में जनता अचेत, सब्जी,दाल,चीनी हाथ से ऐसे निकल गई, जैसे बंद मुट्ठी से रेत।
1 comment:
बहुत खूब गागर में सागर भर दिया आपने...नारायण नारायण...
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