Saturday, 27 March 2010

----चुटकी----

नौकर खाए
सूखी रोटियां
कुत्ता उड़ाए माल,
एक ही घर में
रहते दोनों,
कौन, किस से
करे सवाल।

Friday, 26 March 2010

संघ की थीम

---- चुटकी-----
संघ
की
थीम,
गडकरी
की
टीम।

---- चुटकी-----

शीला दीक्षित
तैश में,
आग लगा दी
गैस में।

Sunday, 14 March 2010

मंदिर मंदिर धोक खाता रहा

बेवफा बता
बद दुआ
देता है वो,
और मैं
उसके लिए
मंदिर मंदिर
धोक खाता रहा।
-----
बिन बुलाये
वक्त बेवक्त
चला आता था,
अब तो
मुड़कर भी ना देखा
मैं आवाज लगाता रहा।
----
एक सुरूर था
दिलो दिमाग पर
अपना है वो,
देखा जो गैर के संग
तो नशा उतर गया।

Friday, 12 March 2010

गुम हो गए दो नैन

-----
बात तो, कभी भी
कुछ भी ना थी,
मैं तो बस यूँ ही
मुस्कुराता रहा,
अपनों को खुश
रखने के लिए
अपने गम
छिपाता रहा।
-----
मेरे अन्दर झांकने वाले
गुम हो गए दो नैन,
कौन सुनेगा,किसको सुनाऊं
कैसे मिले अब चैन।